Manager

हम सभी जानते हैं कि शिक्षा का सीधा सम्बन्ध मनुष्य के मस्तिष्क, हृदय, एवं आत्मा से है। शिक्षा के द्वारा ही हम एक सभ्य व्यक्ति या समाज का निर्माण करते हैं। यह जानकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा विद्यालय में होने वाले पठन-पाठन, पाठ्य-सहगामी क्रियाकलापों तथा अन्य गतिविधियों को छात्रों, अभिभावकों तथा समाज के अन्य प्रबुद्ध वर्ग के साथ साझा करने के लिये विद्यालय की वेबसाइट बनायी गयी है। मैं उन्हें इस कार्य के लिये बधाई देता हूँ। यह विद्यालय वाराणसी जनपद का प्राचीनतम विद्यालय है। लम्बे समय से यह विद्यालय निर्धन एवं साधनविहीन विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा देने का कार्य कर रहा है। आधुनिक हिन्दी के जनक बाबू भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी द्वारा स्थापित इस विद्यालय का प्रबंधक होना मेरे लिये गौरव की बात है। आप सभी जानते हैं कि इस विद्यालय में छात्रों को कौशल, मूल्य और तकनीक सिखाई जाती है और उन्हें सीखने के अनुभव प्रदान किए जाते हैं जो उन्हें अर्जित ज्ञान का उपयोग करने में सक्षम बनाते हैं। इस विद्यालय में बच्चों को आर्य मूल्यों और आधुनिक प्रौद्योगिकी को समाहित करके उनके सर्वांगीण विकास के लिए प्रयास किया जाता है। हम, इस विद्यालय में बच्चे को एक ऐसा मंच प्रदान करने का प्रयास करते हैं जहाँ बच्चा समग्र रूप से शिक्षित हो। मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूँ कि इस विद्यालय का प्रबंधन हमारे छात्रों को उनकेे नैतिक विकास के साथ-साथ उनके सर्वांगीण विकास के लिये सभी सुविधायें तथा अवसर प्रदान करेगा। मैं अपने सभी अध्यापकों, अध्यापिकाओं, कर्मचारियों, छात्रों, अभिभावकों और शुभचिंतकों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

 

सुबोध कुमार अग्रवाल

प्रबन्धक